Download Constitution Of India In Hindi:
Monday, 19 February 2018
ब्रिटीश भारतीय गव्हर्नर जनरल | Governor General of British India History
१) वॉरेन हेस्टिंग्ज -----------------------------------१७७४ ते १७८५
२) जॉन मॅकफर्सन (कार्यकारी) --------------------- १७८५ ते १७८६
३) कॉर्नवालिस -------------------------------------- १७८६ ते १७९३
४) जॉन शोअर --------------------------------------- १७९३ ते १७९८
५) ए. क्लार्क (कार्यकारी) ---------------------------- १७९८
६) रिचर्ड वेलस्ली ------------------------------------- १७९८ - १८०५
७) कॉर्नवालिस (दुसरी वेळ) -------------------------- १८०५
८) जॉर्ज बार्लो ----------------------------------------- १८०५ ते १८०७
९) मिंटो ----------------------------------------------- १८०७ ते १८१३
१०) लॉर्ड हेस्टिंग्ज ------------------------------------ १८१३ ते १८२३
११) जोर्न अॅडम्स (कार्यकारी) ------------------------ १८२३
१२) अॅम्हर्स्ट ------------------------------------------ १८२३ ते १८२८
13) बेली (कार्यकारी) ---------------------------------- १८२८
१४) विलियम बेन्टिक --------------------------------- १८२८ ते १८३३
वरील गव्हर्नर हे फोर्ट विलियम प्रेसीडेंसी म्हणजेच बंगाल चे गवर्नर जनरल होते
आणि पुढील गव्हर्नर जनरल हे पूर्ण भारताचे गव्हर्नर जनरल होते
१५) विलियम बेन्टिक --------------------------------- १८३३ ते १८३५
१६) चार्ल्स मेटकाफ (कार्यकारी) ---------------------- १८३५ ते १८३६
१७) आॅकलंड ------------------------------------------- १८३६ ते १८४२
१८) एलेनबरो ------------------------------------------- १८४२ ते १८४४
१९) बर्ड (कार्यकारी) ------------------------------------ १८४४
२०) हार्डिंग ---------------------------------------------- १८४४ ते १८४८
२१) डलहौसी -------------------------------------------- १८४८ ते १८५६
२२) लॉर्ड कॅनिंग -----------------------------------------१८५६ ते १८५८
२) जॉन मॅकफर्सन (कार्यकारी) --------------------- १७८५ ते १७८६
३) कॉर्नवालिस -------------------------------------- १७८६ ते १७९३
४) जॉन शोअर --------------------------------------- १७९३ ते १७९८
५) ए. क्लार्क (कार्यकारी) ---------------------------- १७९८
६) रिचर्ड वेलस्ली ------------------------------------- १७९८ - १८०५
७) कॉर्नवालिस (दुसरी वेळ) -------------------------- १८०५
८) जॉर्ज बार्लो ----------------------------------------- १८०५ ते १८०७
९) मिंटो ----------------------------------------------- १८०७ ते १८१३
१०) लॉर्ड हेस्टिंग्ज ------------------------------------ १८१३ ते १८२३
११) जोर्न अॅडम्स (कार्यकारी) ------------------------ १८२३
१२) अॅम्हर्स्ट ------------------------------------------ १८२३ ते १८२८
13) बेली (कार्यकारी) ---------------------------------- १८२८
१४) विलियम बेन्टिक --------------------------------- १८२८ ते १८३३
वरील गव्हर्नर हे फोर्ट विलियम प्रेसीडेंसी म्हणजेच बंगाल चे गवर्नर जनरल होते
आणि पुढील गव्हर्नर जनरल हे पूर्ण भारताचे गव्हर्नर जनरल होते
१५) विलियम बेन्टिक --------------------------------- १८३३ ते १८३५
१६) चार्ल्स मेटकाफ (कार्यकारी) ---------------------- १८३५ ते १८३६
१७) आॅकलंड ------------------------------------------- १८३६ ते १८४२
१८) एलेनबरो ------------------------------------------- १८४२ ते १८४४
१९) बर्ड (कार्यकारी) ------------------------------------ १८४४
२०) हार्डिंग ---------------------------------------------- १८४४ ते १८४८
२१) डलहौसी -------------------------------------------- १८४८ ते १८५६
२२) लॉर्ड कॅनिंग -----------------------------------------१८५६ ते १८५८
बंगाल चे गव्हर्नर | Governors of Bengal In British India History
१) क्लाइव्ह ------------------- १७५७ ते १७६०
२) हॉलवेल (कार्यकारी) ------- १७६०
३) व्हेन्सिटार्ट ----------------- १७६० ते १७६५
४) क्लाइव्ह (दुसरी वेळ) ------१७६५ ते १७६७
५) वेरेल्स्ट -------------------- १७६७ ते १७६९
६) कार्टीयर --------------------१७६९ ते १७७२
७) वॉरेन हेस्टिंग्ज ------------ १७७२ ते १७७४
Sunday, 18 February 2018
Saturday, 17 February 2018
घटनानिर्मिती | संविधान निर्मिती | Making of The Indian Constitution
एम.एन.रॉय यांनी सन १९३४ मध्ये पहिल्यांदाच घटना समितीची संकल्पना मांडली एम.एन.रॉय हे भारतातील साम्यवादी चळवळीचे प्रणेते आणि पुरोगामी लोकशाहीवादाचे समर्थक होते.
त्यानंतर भारतीय राष्ट्रीय कॉंग्रेस ने १९३५ मध्ये भारताच्या राज्यघटनेची निर्मिती करण्यासाठी इंग्रजांपुढे औपचारिकरित्या घटना समितीची मागणी केली.
तीन वर्षानंतर १९३८ मध्ये पंडित जवाहरलाल नेहरूंनी भारतीय राष्टीय कॉंग्रेसच्या वतीने मागणी केली कि, भारतीय राज्य घटनेचीनिर्मिती ही प्रौढ मतदारांनी निवडून आलेल्या सदस्यांनीच करावी.
अखेर इंग्रजांनी सन १९४० मध्ये ही मागणी जशी च्या तशी मान्य केली, या मागणीला ऑगस्ट संधी नावाने ओळखले जाते.
सन १९४२ मध्ये सर स्टँफोर्ड क्रिप्स हा भारतीय राज्यघटनेच्या निर्मितीचा मसुदा घेऊन भारतात आला.
पण त्याचवेळी मुस्लीम लीग ने भरताचे दोन स्वतंत्र देशात निर्मिती करावी व दोन वेगवेगळ्या घटना समित्या बनवाव्या अशी मागणी करून क्रिप्स चे प्रस्ताव नाकारले.
त्यानंतर भारतीय राष्ट्रीय कॉंग्रेस ने १९३५ मध्ये भारताच्या राज्यघटनेची निर्मिती करण्यासाठी इंग्रजांपुढे औपचारिकरित्या घटना समितीची मागणी केली.
तीन वर्षानंतर १९३८ मध्ये पंडित जवाहरलाल नेहरूंनी भारतीय राष्टीय कॉंग्रेसच्या वतीने मागणी केली कि, भारतीय राज्य घटनेचीनिर्मिती ही प्रौढ मतदारांनी निवडून आलेल्या सदस्यांनीच करावी.
अखेर इंग्रजांनी सन १९४० मध्ये ही मागणी जशी च्या तशी मान्य केली, या मागणीला ऑगस्ट संधी नावाने ओळखले जाते.
सन १९४२ मध्ये सर स्टँफोर्ड क्रिप्स हा भारतीय राज्यघटनेच्या निर्मितीचा मसुदा घेऊन भारतात आला.
पण त्याचवेळी मुस्लीम लीग ने भरताचे दोन स्वतंत्र देशात निर्मिती करावी व दोन वेगवेगळ्या घटना समित्या बनवाव्या अशी मागणी करून क्रिप्स चे प्रस्ताव नाकारले.
Monday, 12 February 2018
पृथ्वीचे अंतरंग | Interior of the Earth
पृथ्वीच्या अंतरंगाची माहिती कशी मिळते ?
- पृथ्वीची त्रिज्या (Radius) ही ६३७० कि.मी. एवढी आहे. पृथ्वीच्या अंतर्गत परिस्थितीमुळे आपणास पृथ्वीच्या केंद्राजवळ पोहोचणे अशक्य आहे. तरीही आपणास याबद्दलची माहिती पुढील स्रोतांपासून ज्ञात होते.
प्रत्यक्ष स्रोत - (Direct Sources)
- पृथ्वीच्या अंतर्गत संरचनेबाबत माहिती आपणास भूपृष्ठीय खडकांपासून किंवा खनन शेत्रातून प्राप्त खडकांपासून होते.
- ज्वालामुखी उद्रेक (Volcanic Eruption) हा प्रत्यक्ष माहितीचा एक अन्य स्रोत आहे.
अप्रत्यक्ष स्रोत - (Indirect Source)
Friday, 9 February 2018
MPSC Mains Book List
राज्यसेवा मुख्य परीक्षा
PAPER- I : मराठी
- मराठी व्याकरण- मो. रा. वाळिंबे
- मराठी व्याकरण - बाळासाहेब शिंदे
- अनिवार्य मराठी- के सागर प्रकाशन
- य.च.मु. विद्यापीठाची भाषा विषयक पुस्तके.
PAPER- II : इंग्रजी
- इंग्रजी व्याकरण : पाल आणि सुरी
- ENGLISH GRAMMAR : बाळासाहेब शिंदे
- WREN AND MARTIN ENGLISH GRAMMAR
- अनिवार्य इंग्रजी- के सागर प्रकाशन
PAPER- III : सामान्य अध्ययन एक – इतिहास व भूगोल
- मराठी व्याकरण- मो. रा. वाळिंबे
- मराठी व्याकरण - बाळासाहेब शिंदे
- अनिवार्य मराठी- के सागर प्रकाशन
- य.च.मु. विद्यापीठाची भाषा विषयक पुस्तके.
- इंग्रजी व्याकरण : पाल आणि सुरी
- ENGLISH GRAMMAR : बाळासाहेब शिंदे
- WREN AND MARTIN ENGLISH GRAMMAR
- अनिवार्य इंग्रजी- के सागर प्रकाशन
Thursday, 8 February 2018
तैनाती फौज धोरण | Subsidiary Alliance | Lord Welleselly History
तैनाती फौज म्हणजेच Subsidiary Alliance चा वापर लॉर्ड वेलस्ली ने केला होता. लॉर्ड वेलेस्ली इ.स.१७९८ ते १८०५ पर्यंत भारताचे गव्हर्नर जनरल होते. भारतात तैनाती फौज धोरण वापरणारा पहिला ब्रिटीश लॉर्ड वेलेस्ली होता, पण त्या आधी सुद्धा भारतात तैनाती फौजेचा वापर होत होता, ज्याची सुरुवात फ्रेचं गव्हर्नर डूप्ले ने केली होती.
लॉर्ड वेलस्ली ने तैनाती फौजेचा वापर भारतातल्या राज्यांना आपल्या नियंत्रणा खाली आणण्या साठी केला होता. तैनाती फौज धोरणा अंतर्गत इंग्रज आपल्या सैन्याची एक तुकडी तैनाती फौजेचा स्वीकार केलेल्या राज्यात पाठवत असे. आणि त्या सैन्याचा वापर त्या राज्याच्या सुरक्षे साठी केला जात असे पण त्या सैन्या वर इंग्रजांचेच नियंत्रण असत असे, आणि त्या सैन्याच पूर्ण खर्च त्या राज्यांला भरावा लागत असे. या धोरणा मुले इंग्रज भारतात खूप शक्तिशाली बनले, आणि त्यांना पूर्ण भारतावर नियंत्रण मिळवणे शक्य झाले.
तैनाती फौज धोरणात लादल्या गेलेल्या अटी
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